कजाकिस्तान में डॉक्टर की पढाई करने गए दोनों छात्रों के शव आज पहुंचे भारत
Haryana Student Death In Kazakhstan
जिसे आर्शीवाद देकर डॉक्टर की पढाई के लिए भेजा था विदेश, उस बेटे का शव लाते देख बिलख पडा परिवार
फरीदाबाद। दयाराम वशिष्ठ: Haryana Student Death In Kazakhstan: कजाकिस्तान में डॉक्टर की पढाई करने गए जिन दो भारतीय छात्रों की सोमवार मंगलवार की रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी, उन दोनों छात्रों के शव शनिवार आधी रात भारत लाए गए। दिल्ली एयरपोर्ट से बिलखते परिजन उन्हें अपने अपने पैतृक गांव लेकर पहुंचे। जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया।
मृतकों में एक छात्र हरियाणा के गांव नरियाला व दूसरा छात्र राजस्थान के चुरू जिले के गांव बाइजुवा का रहने वाला था। दोनों छात्रों के मौत की सूचना के बाद परिजन मंगलवार को कजाकिस्तान रवाना हुए थे, जहां से आज दोनों के परिजन अपने अपने इकलौते लाडले बेटों के शव लेकर दिल्ली पहुंचे। जहां कारगो से पहुंचे दोनों शवों को उनके बिलखते परिजनों के हवाले किया गया। कजाकिस्तान पुलिस ने इन दोनों के मरने का कारण गैस से दम घुटना बताया है।
शव पहुंचते ही मची फरीदाबाद के गांव नरियाला में चीख पुकार
दिल्ली एयरपोर्ट से 21 वर्षीय क्षितिज का शव फरीदाबाद के गांव नरियाला लाया गया। सुबह साढे चार बजे एंब्यूलेंस को गांव से करीब दो किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया। करीब 6 बजे शव को गांव में लाया गया। विदेश से क्षितिज के शव के आने की खबर इलाके में आग की तरह फेल गई। चीख पुकार मच गई। क्षितिज इकलौता बेटा था, जैसे ही एंब्यूलेंस क्षितिज के मकान के सामने रूकी तो उसमें क्षितिज के ताबुज में रखे शव को देख परिजन बिलख उठे। गाॅव में कोहराम मच गया.इस ताबुज में उसी लाडने का शव था, जिसे बुजुर्ग 83 वर्षीय दादा, 80 वर्षीय दादी, मां जीनत, पिता नरेश कुमार, बहन साक्षी शर्मा, चाचा सुनील, प्रवीण, जीजा रोहित व परिवार के अन्य लोगों ने 9 अगस्त को विदेश में डॉक्टरी की पढाई के लिए आशीर्वाद देकर भेजा था, उस लाडले के शव को देख परिजन बिलख उठे। ताबुज से लाडले के शव को बाहर निकालते ही माहौल और भी गमगीन हो गया। चीख पुकार के बीच जो भी रोते बिलखते परिजनों को शान्त कराने का प्रयास करता तो वह खुद भी रो पडता। परिवार के लोग लाडले को याद कर बिलख रहे थे. महिलाओं की चीख को सुन दूर दूर तक खड़े लोग भी अपने आंसूओं को रोक नहीं पा रहे थे.
बेटे के सलामती के लिए मां पूजा कर मांगती रही दूआ
बेटे की मौत के बाद मां जीनत, पिता नरेश व अन्य परिजनों का हाल बेहाल है। क्षितिज की मां को परिजनों ने आज सुबह तक यह नहीं बताया था कि अब उसका लाडला इस दूनिया में नहीं है, केवल इतना बताया था कि उसका एक्सीडेंट हो गया है, वह ठीक है और आईसीयू में है। इसके बाद से उसकी मां जीनत पूजा करके अपने लाडले के लिए दूआ मांगती रही, लेकिन जब सुबह एंब्यूलेंस से शव पहुंचा तो उसके सभी अरमानों पर पानी फिर गया। बिलखते पिता नरेश कुमार ने कहा कि आज तक उसने हिम्मत नहीं हारी, लेकिन अब हार गया। लडके के मामा का रो रो कर बुरा हाल था। शमशान घाट में पहुंचे इलाके के सैकडों लोगों की मौजूदगी में जैसे ही लाडले के शव को मुखाग्नि दी तो वहां परिवार व रिश्तेदार व मौजूद सभी लोग बिलख पडे। क्षितिज के निधन पर निर्दलीय प्रत्याशी नयन पाल रावत, भाजपा प्रत्याशी टेक चंद शर्मा, बसपा प्रत्याशी सुरेंद्र वशिष्ठ, युवा कांग्रेसी नेता तरुण तेवतिया, बसपा नेता सन्दीप शर्मा, सरपंच राम कुमार शर्मा, जोगिंदर सरपंच, चंदर मास्टर समेत इलाके से पहुंचे लोगों ने परिवार के प्रति गहरी सवेंदनाएं व्यक्त करते हुए गहरा दुख व्यक्त किया.
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